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Jwalchhobi (आबरंग) Lyrics in Hindi ¦¦ Rupankar & Subhamita

Jwalchhobi (आबरंग)

by Rupankar & Subhamita

   Jwalchhobi Song is Crooned by Rupankar Bagchi Subhamita Banerjee.  Lyrics are written by Arindam Saha. Song Mixing And Mastering By Goutam Basu.

jwalchhobi lyrics hindi
Song: Jwalchoobi (आबरंग)
Composer: Joy Sarkar
VocalsRupankar Bagchi & Subhamita Banerjee
Label: Asha Audio

Jwalchhobi Lyrics in Hindi

जहां आकाश विलीन हो जाता है
कोई नहीं जानता,
जहां हवा चलती है
कोई नहीं समझता,
जहां बादल संबोधित करते हैं
कोई नहीं जानता,
जहां समुद्र उस छोर पर है
शायद कोई नहीं समझता,
मेरे मन का पता
शायद कोई नहीं जानता,
चलो, देखो नहीं।
मेरे मन में, मेरे मन के कोने में
आपका जल रंग,
हार्ट मुहाना, चांदनी
आज सब कुछ मीठा है।
मन की गहराई में नीला समुद्र है
आप मत्स्यावतार
मैंने आज तुम्हारे प्यार में अपना दिमाग खो दिया
अब मैं क्या करू?
मुझे तुमसे प्यार करने के लिए कुछ और नहीं चाहिए
मैं तुम्हारे बिना विश्वास नहीं कर सकता ..
शायद बादलों में कभी
पहचाना जाएगा,
तुम्हारे बाद, प्यार के साल में
जीवन मधुमय है।
आकाश से आकाश में फूलों की खुशबू आती है
आज यह सुखद है,
शाम को रंगों का मिलान करने के लिए
आज जो तुम हो।
उम, ज़ाहिर है, हाँ, मुझे यह पता है, यह पहले से ही क्यों जाना जाता है
मेरा पता खोजें।
ओह .. जहाँ आकाश मिलाता है
कोई नहीं जानता,
जहां हवा चलती है
उसे कोई नहीं समझता।
जहां बादल संबोधित करते हैं
कोई नहीं जानता,
जहां समुद्र उस छोर पर है
शायद कोई नहीं समझता।
मेरे मन का पता
शायद कोई नहीं जानता,
चलो, मत देखो,
चलो, मत देखो,
चलो, देखो नहीं।

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